हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ... हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ...
कोई देता नही हमे क्यों सदा? साथ दे कौन जब घनी रात हो! कोई देता नही हमे क्यों सदा? साथ दे कौन जब घनी रात हो!
हमें नहीं गिला उनके जाने का बस आज हो तो मौका मिला सोचने का पहले हम डूब जाते थे यादो में आज तो वो है ... हमें नहीं गिला उनके जाने का बस आज हो तो मौका मिला सोचने का पहले हम डूब जाते थे य...
यह कविता हमारे अनेकता को दर्शाती है। हम जाती-धर्म के बंधन में बंधकर एक दूसरे को भूल जाते हैं। क्या य... यह कविता हमारे अनेकता को दर्शाती है। हम जाती-धर्म के बंधन में बंधकर एक दूसरे को ...
खुश नही हूं... खुश नही हूं...
वह जो रंग - बिरंगे बैलूनों को बाँधे हुए अपने डंडे में समय से पहले ही बचपन को अलव वह जो रंग - बिरंगे बैलूनों को बाँधे हुए अपने डंडे में समय से पहले ही ...